जिला कलेक्टर पीसी किशन ने रविवार को सार्वजनिक पुस्तकालय में करीब पांच घंटे बच्चों के संग बिताए। वे बच्चों के साथ घुलमिल गए और उनके साथ शतरंज भी खेली। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिले में नवस्थापित पांचों सामुदायिक पुस्तकालयों से जुड़े बच्चे सुबह ही इक_े हो गए। हनुमानगढ़ की कच्ची बस्तियों में स्थापित गैलीलियो, यूक्लिड, मिल्टन व आइंस्टीन के नाम पर स्थापित पुस्तकालयों से जुड़े बच्चों ने सार्वजनिक पुस्तकालय से जुड़े बच्चों के संग दिनभर शतरंज खेली। प्रशिक्षक राजवीर सिंह, प्रेम कुमार व गुरुसाहब ने बच्चों को शतरंज के गुर सिखाए। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि शतरंज से बुद्धि तेज होती है तथा विपरीत परिस्थितियों से मुकाबला करने की क्षमता विकसित होती है। जिला कलेक्टर ने पुस्तकालय में ही सार्वजनिक पुस्तकालय व वाचनालय संचालन समिति के पदाधिकारियों, साहित्यकारों व ग्रामीणों के साथ साहित्यिक चर्चा की और यहां के पुस्तकालय को अनूठा बताया। उन्होंने राजस्थानी साहित्य की तिमाही पत्रिका ‘कथेसर’ के डिजिटल संस्करण का लोकार्पण किया। इस अवसर पर ‘कथेसर’ संपादक रामस्वरूप किसान, साहित्यकार डॉ. सत्यनारायण सोनी, बीईईओ दलीप कुमार पारीक, सरपंच अनिलकुमार लाटा, नायब तहसीलदार फकीरचंद, प्रधानाचार्य रामनिवास शर्मा, संचालन समिति अध्यक्ष जीतमल बेनीवाल, उपाध्यक्ष भरत इंदलिया, कोषाध्यक्ष किशनाराम कल्याणी, सचिव विनोद स्वामी, सहसचिव सतपाल खाती, जिला कलेक्टर के निजी सहायक बृजमोहन, पीलीबंगा के प्रशिक्षु अधिशाषी अधिकारी संदीप दाधीच सहित बड़ी तादाद में ग्रामीण व बालक उपस्थित थे। परलीका. बच्चों संग शतरंज खेलते जिला कलेक्टर पी.सी. किशन
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