Friday 23 May 2014

संगरिया की फैक्ट्री में मिला दस हजार क्विंटल गेहूं सीज

संगरिया/ हनुमानगढ़ . संगरिया में एक फैक्ट्री के गोदाम से बुधवार को दस हजार क्विंटल गेहूं सीज किया गया है। एक ही ढेरी में इतना अधिक गेहूं मिलने पर जिला प्रशासन को आशंका है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा से बिकने के लिए आया होगा। 150 रुपए प्रति क्विंटल बोनस के लालच में पंजाब-हरियाणा से गेहूं आने की प्रशासन को कई शिकायतें मिल चुकी हैं। इन शिकायतों के चलते बुधवार को कलेक्टर पीसी किशन,एडीएम बीएल मेहरड़ा व डीएसओ सुनील वर्मा ने जिले की संगरिया, टिब्बी व तलवाड़ा मंडियों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान गेहूं खरीद व उठाव को लेकर कई कमियां उजागर हुई। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान सालीवाला रोड स्थित फैक्ट्री रिपुंजय इंटरप्राइजेज की जांच की । मौके पर फ र्म मालिक प्रेम चंद जैन चौटाला को बुलाकर मुख्य गेट खुलवाया गया। जहां से दस हजार क्विंटल गेहूं बिना बीडिंग किए हुए खुले में मिला। फैक्ट्री मालिक ने बताया कि काश्तकार गेहंू तौल कर यहां डालकर गए हैं। अधिकारियों ने एक ही ढेर में खुले में पड़े गेहूं को नियमानुसार गलत बताया। इसके बाद कलेक्टर ने कृषि उपज मंडी समिति के सचिव सुनील गोदारा को गेहूं को सीज करने व संपूर्ण क्षेत्र की विडियोग्राफ ी करवाकर कृषि उपज मंडी के नियमों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने एसडीएम कैलाश चन्द रैगर, तहसीलदार विक्रम सिंह राठौड़ को पूरे मामले को गंभीरता से देखने की बात कही। डीएसपी को पंजाब-हरियाणा सीमा पर नाकेबंदी करने के निर्देश दिए। टिब्बीत्न कलेक्टर पीसी किशन ने बुधवार को यहां की धान मंडी में काश्तकारों की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर निरीक्षण किया। कलेक्टर ने मंडी के बाहर पड़ी गेहूं को खरीदने तथा खरीदे गए गेहूं का शीघ्र उठाव करने के निर्देश दिए। टिब्बी मंडी में काश्तकारों द्वारा सीमावर्ती राज्य हरियाणा से गेहूं के आने की शिकायत मिल रही थी। गेहूं उठाव नहीं होने से खुले आसमान के नीचे हजारों मीट्रिक टन गेहूं बरसात के कारण खराब हो गई थी। मंडियों में जगह उपलब्ध नहीं होने से आस-पास पड़ी गेहूं की खरीद करने से एफसीआई अधिकारी आनाकानी कर रहे थे। इस संबंध में एसडीएम हर्षवर्धन सिंह राठौड़ ने बताया कि किसानों की शिकायतों का समाधान कर दिया गया है। वहीं बाहर से आ रही गेहूं के बारे में भी जांच की गई। जांच में पाया गया है कि मंडी के बाहर पड़ा गेहूं क्षेत्र के किसानों का है। खुले में पड़े गेहूं को बाहर ही खरीद कर किसानों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा गेहूं की भारी आवक को देखते हुए मंडी यार्डों को बड़ा करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी गई है। इस दौरान किसानों की समस्याओं को सुना गया तथा अधिकारियों को तत्काल निराकरण के निर्देश दिए। इस मौके पर एडीएम बीएल मेहरड़ा, डीएसओ सुनील वर्मा आदि मौजूद थे। व्यापारियों ने की भुगतान की मांग भाजपा पदाधिकारियों ने भी व्यापारियों व किसानों की परेशानी से कलेक्टर को अवगत कराया। भाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष श्याम मित्तल, जिला कार्यकारिणी सदस्य पूर्ण मिड्ढा, व्यापार प्रकोष्ठ जिला संयोजक हनुमानप्रसाद गोयल, व्यापार मंडल अध्यक्ष जगदीशराय जींदगर, डायरेक्टर मंडी समिति विष्णु जिंदल ने भुगतान व एफसीआई द्वारा आरओ नहीं काटे जाने पर बारदाना कमी की शिकायत की। कलक्टर ने तुरंत ही खरीद एजेंसी को भुगतान के लिए और एफसीआई के जीएम डीबी सिंह को आरओ जारी कर बारदाना रिलीज करने व तुंरत भुगतान करने को कहा। फर्म द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद की प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर नियमानुसार कार्रवाई कर तीन दिन में रिपोर्ट पेश की जाएगी। - सुनीलकुमार गोदारा, सचिव कृषि उपज मंडी समिति

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