Wednesday 14 May 2014

बारिश के पानी से घिरी धानमंडियां

अनाज मंडी में गेहूं का उठाव न होने से व्यापारियों और किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंडी में दुकानों के सामने बने पिड़ व कॉमन शेड गेहूं से अटे हुए हैं। इसके चलते किसानों को गेहूं डालने की जगह तक नहीं मिल रही है। 99 आरडी के श्योपत सहारण, 3 एसपीडी के भानीराम व धनराज मूंड, ठेठार के समुंद्र सिंह, मोधूनगर के जबीर खां आदि ने बताया कि जगह नहीं होने के कारण मजबूरन किसानों को सड़क पर गेहूं डालनी पड़ रही है। उधर, लगातार खराब मौसम ने किसानों को चिंता में डाला हुआ है। जानकारी के मुताबिक करीब मंडी में गेहूं से भरे हुए करीब तीन लाख थैले पड़े हैं। व्यापारियों का कहना है कि रोजाना हो रही खरीद की तुलना में उठाव काफी कमजोर है। खरीद एजेंसी राजस्थान स्टेट वेयर हाउस के प्रबंधक ने बताया कि 11 मई तक करीब छह लाख पांच हजार थैले गेहूं खरीदी जा चुकी है। इसमें से तीन लाख 13 हजार थैले उठा लिए गए हैं। दो लाख 44 हजार थैलों के लिए भुगतान भी हो चुका है। बारदाने की भी कोई कमी नहीं है। उठाव में भी तेजी लाने का प्रयास किया जा रहा है। तलवाड़ा झील खराब मौसम के बीच गौण मंडी यार्ड में तीन मई से गेहूं की खरीद बंद होने व धीमे उठाव को लेकर फूड ग्रेन मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष बालासरिया ने कलेक्टर को ज्ञापन भेजा है। बालासरिया ने बताया कि कि तलवाड़ा मंडी में एफ सीआई का खरीद केंद्र है। यहां अभी तक एक लाख 30 हजार थैलों का ही भुगतान हुआ है, जबकि तीन लाख क्विंटल माल मंडी में पड़ा है। ठेकेदार ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है। जब अधिकारी ठेकेदार को फटकार लगाते हैं तो 40 गाडिय़ों तक उठाव हो जाता है अन्यथा 15-20 गाडिय़ां ही निकलती है। बालासरिया ने कलेक्टर से ठेकेदार को उठाव में तेजी लाने के लिए पाबंद करने का आग्रह किया है। इस सबके बीच खराब मौसम के चलते किसान परेशान हैं। हर रोज धूल भरी और बूंदाबांदी के बीच किसान अपनी फसल के बिकने का इंतजार कर रहे हैं। किसान गुरपंथ बराड़ ने बताया कि मंडी यार्ड में अभी भी इतना गेहूं पड़ा है कि और आवक की जगह नहीं है। किसान सड़कों पर गेहूं डाल रहे हैं।

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